शनिवार, 19 जुलाई 2014

राम नाम की लूट है - लूट सके तो लूट

ऐसा क्यों हो रहा है कि अपने बयान से मुलायम सिंह यादव बार बार विवादों के शिकार हो जाते हैं यहाँ पर दो बातें बहुत ही प्रमुखता दीखती हैं जिनमें जिम्मेदार अधिकारियों की कमी प्रमुख है, नेता जी के राज्य में जिस तरह से गुंडों और अपराधियों को राज्य का संरक्षण प्राप्त है वे सरकार के प्रति वफादार नहीं हैं जबकि बसपा ऐसे अपराधियों को इसी शर्त पर अपनी सरकार या पार्टी में रखती है की वो पार्टी और सरकार के प्रति वफादार रहेंगे जबकि आज की स्थिति अलग है सरकार के नामपर सभी दलों के अपराधी सपाई बन  दोहन कर रहे हैं, अत्याचार कर रहे हैं उन अधिकारियों की सुनी ही नहीं जा रही है जो इस सरकार के प्रति वफादार और ईमानदार हैं, कमोबेश यही हाल सरकार में बैठे मंत्रियों का है, पार्टी कार्यकर्ताओं का है.  अभी नए जिलाध्यक्षों का चयन हुआ है  जिनमें अधिकाँश ऐसे हैं जिनकी न तो कोई व्यक्तिगत छवि है और न ही कोई वैचारिक पहचान, जाती के नाम पर यह सरकार बदनाम होती जबकि जिस जातीय बदनामी का इसपर आरोप लगता है उसमें नेताजी के परिवार को छोड़ दिया जाय तो इस सरकार से हर वह यादव दुखी है जो ज़रा सा भी स्वजातीय सोच का है, बेईमानों की अगर जाती से ही पहचान होती तो उसमें कम से कम यादव का नाम न आता.
जबकि इतनी समर्पित और जुझारू और न्याय प्रिय जाती को जिस तरह से समाज, जातियां, मीडिया, अधिकारियों और नेताओं ने घेर रखा है उससे बचाना / बचना सपा की मौजूदा स्थिति की शक्ल (सांगठनिक स्वरुप) से नहीं दीखता । क्योंकि जिस राजनैतिक प्रतिबद्धता की आज जरुरत है उसके लिए प्रतिबद्धता और वैचारिक सोच की भी जरुरत है. राजनेताओं और मंत्रियों का आकलन कौन करेगा, लोकसभा चुनाओं को लेकर जिस तरह सरकार से कसरत करवाई गयी सब व्यर्थ ही तो गयी है। जबकि ये स्पष्ट ही था कि नेताजी या उनकी पार्टी प्रदेश के लिए कोई ऐसा काम नहीं कर रही है जिससे प्रदेश के लोग उन्हें देश चलाने के योग्य समझते। 
युवा मुख्यमंत्री और कांग्रेस के युवराज जिस तरह से 'चापलूसों' से घिरे हैं वो अब इस देश को या इस देश की राजनैतिक सत्ता के लिए फिट नहीं हो सकते क्योंकि न तो इनकी नीतियों में कोई नीति है ही देश की खुशहाली का सपना और न ही इनके पास वैचारिक प्रतिबद्धता के लोगों की आवश्यकता है और ये घाटियां और देशद्रोही ताकतों के कब्जे में हैं जो इन्हे खुली वैचारिक प्रतिबद्धताओं से जोड़ती हों। जिनके पास वैचारिक विकासशील और कर्मठ कुशल प्रशासकों की टीम हो, जहाँ इस तरह के नियामक नहीं होंगे वहां लूट और खसोट का ही साम्राज्य तो बनेगा अतः यह गीत गाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है ;
राम नाम की लूट है - लूट सके तो लूट 
यही कारण है की नेताजी की समग्र समाजवादी सोच का मज़ाक उड़ाया जा रहा है।    
      
रेप संबंधी बयान पर फिर विवाद में फंसे मुलायम
लखनऊ, एजेंसी

रेप संबंधी अपने बयान से मुलायम सिंह यादव फिर विवाद में फंस गए हैं। मुलायम ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी को देखते हुए यहां बलात्कार की घटना कम होती है।

सपा प्रमुख यादव के बयान की कड़ी निन्दा करते हुए भाजपा ने कहा कि वह अपने बेटे और राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बचाव में मुलायम कुतर्क दे रहे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पूरे देश के आंकड़ों पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश में बलात्कार, दहेज हत्या और अन्य अपराध अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अधिक हो रहे हैं।

उन्होंने सवाल किया, आबादी का ये पैमाना केवल अपराध तक क्यों  बाकी मामलों में भी ये पैमाना होना चाहिए। बाकी क्षेत्रों में प्रदेश तरक्की करे, विकास करे और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करे, इसे लेकर भी आबादी के हिसाब से पैमाना तय होना चाहिए।

पाठक ने कहा कि दरअसल मुलायम अखिलेश के बचाव में उतरे हैं और कुतर्क कर रहे हैं। बेहतर होता कि वह मुख्यमंत्री को सलाह देते कि जाति, व्यक्ति और मजहब से उठकर सरकार कार्य करती तो अपराध के आंकड़े कम होते और सरकार की छवि भी बच जाती।

उल्लेखनीय है कि लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में एक महिला के साथ कथित गैंगरेप और हत्या को लेकर किये गये सवाल के जवाब में मुलायम ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की आबादी काफी अधिक है। यहां 21 करोड़ की जनसंख्या है। यदि इस देश में सबसे कम बलात्कार कहीं होते हैं तो उत्तर प्रदेश में।
मोहनलालगंज जैसी घटनाएं रोकेगी प्रदेश सरकार: शिवपाल
विशेष संवाददाता, राज्य मुख्यालय

लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि मोहनलालगंज जैसी घटनाएं प्रदेश सरकार रोकेगी। उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पीडिता के बच्चों की हर तरह से मदद करेगी।
यादव समाजवादी नेता स्वर्गीय शारदानंद अंचल की 67वीं जयंती समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार बहुत संवेदनशील है और वह ऐसी घटनाएं रोकने के प्रति कृतसंकल्प है। उनकी सरकार के दौरान जितनी भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, सभी को वर्कआउट किया गया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
उन्होंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के उस बयान से सहमति जताई जिसमें उन्होंने कहा है कि यूपी जितना बड़ा प्रदेश है, उसमें अन्य प्रदेशों के मुकाबले रेप की घटनाएं बहुत कम हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रदेश में रेप की कोई घटना न होने पाए। बिजली संकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यूपी को उसके कोटे की पूरी बिजली दे तो बिजली संकट दूर हो जाएगा। बिजली के क्षेत्र में भी प्रदेश सरकार काम कर रही है।

बलात्कार-हत्याकांड: आनन-फानन में कर दिया गया शव का अंतिम संस्कार
लखनऊ, एजेंसी

राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज में पिछले दिनों हुई सामूहिक बलात्कार के बाद नशंस हत्या की शिकार महिला का शव सुरक्षित रखे जाने के जांच अधिकारी के बयान के चंद घंटे बाद कल देर रात उसका आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मामले की जांच की अगुवाई कर रही अपर पुलिस महानिदेशक सुतापा सान्याल ने शव को सुरक्षित रखे जाने सम्बन्धी बयान दिया था जिसके कुछ ही घंटे बाद देर रात उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने शव का अंतिम संस्कार किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि परिजन ने देर रात यह रस्म पूरी कर दी। यह पूछे जाने पर कि जब अपर पुलिस महानिदेशक ने शव को सुरक्षित रखने की बात कही थी तो परिजन ने किसकी इजाजत से अंतिम संस्कार किया, प्रवक्ता कुछ नहीं बता सके।
अपर पुलिस महानिदेशक सुतापा ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शाम को कहा था कि मृतका के शरीर को जांच के लिये सुरक्षित रखा जाएगा।
जांच का ब्यौरा देने से इंकार करते हुए सुतापा ने कहा था कि अपराध में एक से अधिक व्यक्तियों के शामिल होने की आशंका लगती है। उन्होंने कहा था कि भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद धारा 376 और जोड गयी है। मतका के शरीर पर गहरे घाव सहित कुल 12 जख्म हैं।
गौरतलब है कि मोहनलालगंज के बालसिंह खेडा गांव में परसों सुबह एक प्राथमिक विद्यालय के निकट एक महिला का निर्वस्त्र शव बरामद किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उससे बलात्कार की पुष्टि की गयी थी।
जिस इलाके से शव बरामद किया गया, उसी के करीब जबरौली गांव में कल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्विंटन आये थे और उनकी यात्रा के मद्देनजर न सिर्फ सुरक्षा के कडे इंतजाम किये गये थे बल्कि पुलिस के आला अफसर भी एक दिन पहले से वहां मौजूद थे।

सपा के सत्ता में आते ही कानून व्यवस्था बिगड़ जाती
विशेष संवाददाता राज्य मुख्यालय । 
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री ने कहा है कि समाजवादी पार्टी की सरकार जब-जब प्रदेश में सत्ता में आती है, तब-तब कानून व्यवस्था की स्थिति खराब और बद से बदतर हो जाती है। उन्होंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के इस बयान पर कि प्रदेश की आबादी को देखते हुए उत्तर प्रदेश में अपराध कम हैं, पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शनिवार को यहां कहा कि यादव का यह बयान जनता की सुरक्षा एवं संरक्षा के प्रति विशेषकर महिला अपराधों के प्रति उनकी संवेदनशून्यता को दर्शाता है।
समाजवादी पार्टी की सरकार में ऐसी वारदातें इसलिए होती हैं क्योंकि गलत कार्य करने वालों को सत्ता का संरक्षण दिया जाता है। जो अधिकारी गलत कामों का विरोध करते हैं, उन्हें प्रताडि़त किया जाता है और उन पर अनावश्यक दबाव डाला जाता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बदायूं, मोहनलालगंज जैसी जघन्य घटनाएं सरकार की संवेदनशून्यता के चलते घटित हुईं। यही नहीं अवैध खनन में लिप्त अपराधियों को भी संरक्षण दिया गया। अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों पर सपा के कार्यकर्ताओं द्वारा हमले किये गये, जिसके चलते कानून व्यवस्था खराब हुई।
उन्होंने कहा कि दो वर्ष के शासनकाल में आम जनता में सपा के खिलाफ माहौल व्याप्त है अगर अभी चुनाव हो जाये और सपा दस सीटें भी बचा पायी तो बड़ी बात होगी।