शुक्रवार, 27 सितंबर 2013

वाह बेनी बाबू, नसे में हैं क्या ?

'सिर्फ मुलायम-डिंपल के जीतने के आसार'

only mulayam and dimple will win
उत्तर प्रदेश का शाहजहांपुर जिला कांग्रेस और सपा दोनों के लिए उपजाऊ राजनीतिक भूमि है। दोनों के ही एक-एक मंत्री बृहस्पतिवार को शहर में थे।

एक केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा जो अपने बयानों को लेकर दिग्विजय सिंह की तरह चर्चा में रहते ही हैं। उन्होंने जो कुछ कहा, उसका जवाब लगे हाथ प्रदेश के कृषि मंत्री मनोज कुमार ने दे दिया।

सपा को यूपी में मिलेंगी लोकसभा की दो सीटें

बेढंगे और बिंदास बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी से समाजवादी पार्टी को सिर्फ दो सीटें मिलने के आसार हैं।

अपने ‘पुराने मित्र’ मुलायम पर सियासी फायदे के लिए भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में दंगा मुलायम, मोदी और अमित शाह की साजिश का नतीजा हैं।

कांग्रेस हाईकमान द्वारा जिले के सांगठनिक मामलों का प्रभारी नामित किए जाने पर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी संगठन की समीक्षा और कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनने आए केंद्रीय इस्पात मंत्री ने कहा कि मुलायम से अतीत की नजदीकियों के कारण उनकी नस-नस से परिचित हैं।

मुलायम वर्ष 1990 से भाजपा के सहयोगी रहे हैं। वह यही चाहेंगे कि केंद्र में भाजपा और सूबे में सपा की सरकार बनी रहे। भाजपा से उनकी इसी नजदीकी का नतीजा है मुजफ्फरनगर का दंगा।

बेनी बाबू ने लोकसभा चुनाव में यूपी से कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के साथ 50-60 सीटें मिलने का दावा किया। सपा का चुनावी भविष्य पूछे जाने पर तपाक से बोले कि यूपी में सिर्फ मुलायम और डिंपल की सीटें निकलने के आसार हैं। वह भी तब, जब इसके लिए वे सारी ताकत झोंकेंगे।

अगला चुनाव कांग्रेस के बजाय सीबीआई द्वारा लड़ने संबंधी गुजरात के मुख्यमंत्री का बयान याद दिलाने पर कहा कि यह मोदी नहीं, उनका पाप बोल रहा है।

यहीं पर बेनी बाबू नहीं चुपे। मुजफ्फरनगर के घटनाक्रम में सपा केवरिष्ठ नेता आजम खां का यह कहकर बचाव किया कि वह उनकेमित्र हैं। इस नाते कोई संदेह नहीं कि आजम को दंगे की प्लानिंग के बारे में जानकारी नहीं होगी।

अखिलेश भी दोषी नहीं, क्योंकि वे डमी मुख्यमंत्री हैं और सरकार मुलायम चला रहे हैं। बिहार के समानान्तर यूपी को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने की वजह पूछे जाने पर कहा कि यूपी को मुलायम ने गरीब किया।

राजस्थान रेगिस्तानी राज्य है, लेकिन वहां बिजली सरप्लस है। नेहरू के जमाने में यूपी की विकास दर सबसे अधिक और तमिलनाडु की सबसे कम थी, लेकिन अब विपरीत हालात हैं। राज्यों को उठाना-गिराना वहां की सरकारों का खेल है।

कांग्रेस बेनी के काटने का इलाज कराए: मनोज
प्रदेश के मंत्री मनोज कुमार ने यहां पत्रकारों से कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा के काटने का इलाज कांग्रेस को कराना चाहिए। उन्होंने यह बात दोपहर को प्रेस वार्ता के दौरान बेनी के दिए गए बयान पर कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि सपा सिर्फ दो ही सीटें जीतेगी।

मनोज कुमार ने वैसे तो बेनीप्रसाद के लिए बहुत कुछ कहा, मगर हम उतनी ही बात बता रहे हैं, जो उनके कहे का सार था। मनोज कुमार ने कहा कि बेनी प्रसाद जी बहुत अच्छे व्यक्ति रहे हैं, मगर वृद्धावस्था में उन्हें बीमारी हो गई है। वह चूंकि मानसिक रोगी हो गए हैं, इसलिए हमारी संवेदना भी उनके साथ है।

आपके शहर की ख़बरें

      गुरुवार, 19 सितंबर 2013

      ये जो कुछ कह रहे हैं 'किसी' नफे नुकसान के बतौर कह रहे हैं........

      मुलायम ने तोड़ा मुसलमानों का विश्वास : बुखारी

      Updated on: Wed, 18 Sep 2013 07:59 PM (IST)
      Samajwadi Party
      मुलायम ने तोड़ा मुसलमानों का विश्वास : बुखारी
      गाजियाबाद [जासं]। दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने आरोप लगाया है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुसलमानों के विश्वास को तोड़ा है। केंद्र और प्रदेश सरकार मुसलमान को मात्र वोट समझती है।
      बुधवार को बुखारी जब मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों से मिलने जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें यूपी गेट पर हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया गया। वसुंधरा स्थित आवास विकास परिषद के अतिथि गृह में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि वे मुजफ्फरनगर जाकर प्रदेश सरकार के उन दावों के बारे में पता लगाना चाहते थे जिन में कहा जा रहा है कि पीड़ितों को बेहतर सुविधा दी जा रही है। एक चैनल के स्ट्रिंग आपरेशन में प्रदेश सरकार के मंत्री आजम खां का नाम सामने आने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा है कि मैं ऐसे शख्स का नाम अपनी जुबान पर लेना ठीक नहीं समझता हूं। बुखारी ने दो टूक शब्दों में कहा है कि आजम खां को बेवजह मुसलमानों का वोट दिलाने वाला नेता समझ कर मुलायम सिंह और अखिलेश उसे सरकार में शामिल किए हुए हैं।
      बुखारी केंद्र और प्रदेश सरकार से इस कदर नाराज दिखे कि उन्होंने कह दिया कि अगर मुसलमान किसी हिंदू सेकुलर नेता से मदद और सम्मान की उम्मीद रखें तो बेहतर होगा। शाही इमाम का गुस्सा यहीं नहीं रुका, उन्होंने कहा कि प्रदेश की हुकूमत को सपा को दिलाने वाले लोग आज शर्मिंदा हो रहे हैं। प्रदेश सरकार ने मुसलमानों और जनता से जो वादे किए थे वह पूरी तरह से भूल चुकी है।
      बुखारी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 84 कोसी यात्रा को रोक कर सिर्फ विश्व हिंदू परिषद को ताकत प्रदान करने का काम किया। इतनी फोर्स व समझदारी दंगा काबू करने में दिखाती और अफसरों को ठीक प्रकार से कार्रवाई करने दी जाती तो अब तक प्रदेश के दंगों में मरने वालों की संख्या हजारों में नहीं पहुंचती।
      गौरतलब है कि मंगलवार को भाजपा नेता उमा भारती के पुलिस-प्रशासन को चकमा देकर निकलने की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने बुधवार को शाही इमाम अहमद बुखारी के मुजफ्फरनगर जाने की सूचना के बाद इंदिरापुरम पुलिस और एलआइयू को जामा मस्जिद से बुखारी के काफिले के पीछे लगा दिया गया।